आरक्षण हिंदी लेखन अनुसूचित जातियाँ एवं जनजातियाँ सामाजिक, शैक्षिक, आर्थिक तथा राजनीतिक दृष्टि से उपेक्षित थीं, अतः संविधान सभा के अधिसंख्य सदस्य इन्हें आरक्षण देने के पक्षधर थे। पर, कुछ सदस्य आरक्षण के विरोधी थी। सभा में बिहार के तजम्मुल हुसैन ने कहा था, “आरक्षण किसी भी रूप में, किसी भी संप्रदाय या किसी भी […]