12th Chemistry Short Long Question in Hindi

Solid State (ठोस अवस्था) VVI Subjective Question 12th Board Exam Chemistry Important Question


Solid State (ठोस अवस्था)


1. आयनिक ठोस गलित अवस्था में विद्युत चालक होते हैं परन्तु ठोस अवस्था में नहीं, व्याख्या कीजिए।

उत्तर- आयनिक ठोसों में वैद्युत चालकता आयनों की गति के कारण होता है, चूँकि ठोस अवस्था में आयनिक गतिशीलता नगण्य होती है ये इस अवस्था में चालक नहीं होते हैं। गलाने पर उपस्थित आयनों में कुछ गतिशीलता आ जाती है। अतः आयनिक ठोस गलित अवस्था में चालक बन जाते है।


2. ठोस प्रायः असम्पीड्य (incompressible) क्यों होता है ?

उत्तर- ठोस के अवयवी कण इतने निविड संकुलित (निकटता से बंधे) होते हैं कि दाब लगाने पर ये और निकट नहीं आते हैं। इस प्रकार ठोस प्रायः असम्पीड्य होते हैं।


3. एक क्रिस्टल में F-केंद्र क्या है?

उत्तर- जब क्षारीय हैलाइड को क्षारीय धातु वाष्प के वायुमंडल में गर्म किया जाता है तो हैलाइड ऋणायन धातु की सतह पर आकर क्षारीय धातु परमाणुओं में संयुक्त हो जाता है तथा इलेक्ट्रॉन ऋणायन रिक्तकाओं में विसरित हो जाते हैं। इलेक्ट्रॉन जो ऋणायन रिक्तियों को घेरते हैं। F-केंद्र कहा जाता है।


4. Crustallatice तथा Unit cell में अन्तर बतायें।

उत्तर- क्रिस्टल लैटिस में Three dimention में निश्चित ज्यामिति होती है। Unit cell एक छोटा इकाई है जब इसे repeat किया जाता है तो एक नया क्रिस्टल लैटिस बन जाता है।


5. एक क्रिस्टल में नॉन स्टॉयक्योमेट्रिक डिफेक्ट (कमी) क्या है?

उत्तर- धातु आयनों की अधिकता या धातु आयनों की न्यूनता के आधार पर नॉन स्टॉयक्योमेट्रिक दोष दो प्रकार के होते हैं

(i) धातु आधिक्य दोष-इस दोष में धातु धनायनों की संख्या अधिक होती है।

(ii) धातु न्यूनता-इस प्रकार के दोष में एक धनायन जालक में अपने स्थान पर अनुपस्थित रहता है।


6. n-प्रकार के अर्द्धचालक का उदाहरण दें।

उत्तर- Si का P या As से अपमिश्रण Ge का P या As से अपमिश्रण आदि n-प्रकार के अर्द्धचालक हैं।


7. प्रतिचुंबकत्व का क्या कारण है ?

उत्तर- प्रतिचुंबकत्व, ऑरविटल में उपस्थित चुग्मित इलेक्ट्रॉन के कारण होता है। युग्मित इलेक्ट्रॉन एक दूसरे के चुबकीय आघूर्ण को निरस्त कर देते हैं जिसके कारण वे चुंबकीय गुण खो देते हैं।


8. यूरिया का गलनांक तीक्ष्ण (sharp) होता है किन्तु काँच का नहीं, व्याख्या कीजिए।

उत्तर- यूरिया एक क्रिस्टलीय ठोस है और इसका गलनांक तीक्ष्ण होता है। दूसरी ओर, काँच एक अक्रिस्टलीय आण्विक ठोस है और इसका गलनांक तीक्ष्ण नहीं होता है।


9. किसी वर्ग निविड संकुलित परत में एक अणु की द्विविमीय उप-सहसंयोजन संख्या कितनी होती है ?

उत्तर- द्विविमीय वर्ग निविड संकलित परत में कोई विशेष अणु चार अणुओं के सम्पर्क में होता है। अतः अणु की उप-सहसंयोजन संख्या चार होती है।


10. ccp तथा hcp संरचनाओं में कोई व्यवस्था संबंधी अन्तर नहीं होता है, समझायें ।

उत्तर- ccp तथा hep संरचनाओं में कोई अन्तर नहीं होता है। इन संरचनाओं में गोले उपलब्ध स्थान का 74% स्थान घेरते हैं। दोनों संरचनाओं में प्रत्येक गोलों की उपसहसंयोजन संख्या 12 होती है।


11. सोडियम क्लोराइड का द्रवणांक Na से ज्यादा है क्यों ?

उत्तर- NaCl एक आयनिक ठोस है जिसमें Na’ तथा Cr के बीच मजबूत बल लगा रहता है। लेकिन सोडियम एक ठोस धातु है इसमें आकर्षण बल नहीं लगता है इसलिए NaCl का द्रवणांक सोडियम से ज्यादा होता है।


12. काँच को अतिशितित द्रव क्यों कहा जाता है?

उत्तर- ठोस होने पर भी काँच को अतिशितित द्रव माना जाता है क्योंकि यह द्रवों के कुछ अभिलक्षणों को दर्शाता है। उदाहरण के लिए यह पेंदे पर थोड़ा मोटा होता है। यह तभी सम्भव है, जब यह द्रवों की तरह प्रवाहित हुआ हो, भले ही बहुत मंद गति से प्रवाहित हुआ हो।


13. संकुलन क्षमता क्या है?

उत्तर- क्रिस्टल लैटिक में परमाणु आयन या अणु जैसे संघटक कण (closely packed) होते हैं। ये ऐसा ccp या hcp संरचना द्वारा कर सकते हैं। दोनों दशाओं में बहुत से मुक्त स्थान या रिक्तयाँ बची रहती हैं अर्थात् जगह भरा नहीं रहता है। किसी पैंकिग में कणों द्वारा छेका गया संपूर्ण जगह (space) की प्रतिशतता संकुलन क्षमता कहलाती हैं।


IMPORTANT LINKS –

10TH 12TH  MOBILE APP
Class 10th CLICK
Class 12th CLICK
10th Mobile App CLICK
12th Mobile App CLICK
12TH BOARD SCIENCE STREAM
Physics CLICK
Chemistry  CLICK
Biology CLICK
Mathematics  CLICK
Hindi 100  CLICK
English 100  CLICK
S.N  12TH CHEMISTRY OBJECTIVE 
 1 ठोस अवस्था 
 2 विलयन 

12th Board CHEMISTRY Objective & Subjective Question on Latest Pattern 2021 Exam Question Answer VVI Important Class Notes PDF

4 Replies to “

  1. Sir all subjects me all cheptar Ka subjective questions answers dijiye na please sir please

    Bahut badiyan hai sir

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *